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UNSC Permanent Seat for India || संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत की स्थायी सदस्‍यता || Quad सम्मेलन || 79 वी संयुक्त राष्ट्र महासभा || भारत की UNSC में स्थायी सदस्यता का Quad देशो व USA द्वारा समर्थन || Political Science || By Nirban Pk Sir

     

    • भारत बन सकता है UNSC का स्थाई सदस्य ??

    • UNSC में सुधार जरूरी है तथा भारत की UNSC में स्थाई सदस्यता का अमेरिका ने किया समर्थन|

    • UNSC में सुधार जरूरी है तथा भारत की UNSC में स्थाई सदस्यता का Quad ने किया समर्थन|

    • भारत के पास भी होगा UNSC में वीटो पावर ??



    • 21 सितंबर 2024 को USA के डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित Quad नेताओं के छठे शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया| 

    • इस बैठक का आयोजन अमेरिकी राष्ट्रपति जोसेफ बाइडेन की मेजबानी में हुआ| 

    • शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा भी शामिल हुए| 

    • Quad का अगला शिखर सम्मेलन भारत में होगा| 

    • यह Quad का चौथा व्यक्तिगत Quad लीडर्स शिखर सम्मेलन था| 


    • इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में 79 वी संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ में भाग लिया, जहां भी अमेरिका ने UNSC में सुधार तथा भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया| 



    Quad और UNSC में भारत की स्थाई सदस्यता-

    • Quad Summit या Quadrilateral Security Dialogue चार देशों का एक समूह है| 

    • चार देश

    1. भारत

    2. USA 

    3. ऑस्ट्रेलिया

    4. जापान


    • Quad इन चार देशों का अनौपचारिक मंच है, जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है| 

    • Quad का उद्देश्य- समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना

    • Quad 2007 से शुरू हुआ था| 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद बंद हो गया था तथा 2017 से फिर से शुरू किया गया|

    • Quad बैठक में UNSC की स्थाई और अस्थाई सीटों के विस्तार से UNSC में सुधार का समर्थन किया गया| 

    • Quad की संयुक्त घोषणा में ‘यूएनएससी में प्रतिनिधि बढ़ाने, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया गया| 

    • सभी Quad देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और समुद्री सुरक्षा पर जोर दिया| 

    • संयुक्त घोषणा में कहा गया कि “वैश्विक और क्षेत्रीय भागीदारों के साथ हम वैश्विक शांति, समृद्धि और सतत विकास करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और पहलों का समर्थन जारी रखेंगे| हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करेंगे| संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई और अस्थाई सदस्यता में विस्तार करेंगे| इसे अधिक समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाएंगे| 

    • UNSC की स्थाई सीटों में विस्तार के लिए अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन राष्ट्रों की भागीदारी बढ़ाने पर बल दिया| 

    • Quad देशों ने उत्तर कोरिया के दुनिया को अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों की निंदा की और इसे गंभीर खतरा बताया| 



    USA व भारत की UNSC में स्थाई सदस्यता-

    • USA ने भी UNSC में सुधार का समर्थन किया है| 

    • अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि “अमेरिका ने लंबे समय से भारत, जापान और जर्मनी के लिए UNSC में स्थाई सीटों का समर्थन किया है| 

    • 23 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क में 79वी महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफ्रीका के लिए दो स्थाई सीटों, छोटे दीप विकासशील देशों के लिए एक रोटेशन शीट, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों के लिए स्थाई प्रतिनिधित्व का समर्थन किया तथा जर्मनी, जापान, भारत की स्थाई सीट का समर्थन किया| 

    • लेकिन इसके साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र के मूल सिद्धांतों में सुधार का विरोध किया और कहा कि हम UN चार्टर के मूल सिद्धांतो को तोड़ने, कमजोर करने या मौलिक रूप से बदलने के प्रयासों को नहीं मानेंगे|



    सुरक्षा परिषद में परिवर्तन की आवश्यकता क्यों?

    • सुरक्षा परिषद की स्थापना वर्ष 1945 की भू-राजनीति के हिसाब से की गई थी| मौजूदा भू-राजनीति द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि से अब काफी अलग हो चुकी है|

    • शीत युद्ध समाप्ति के बाद से ही इसमें सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है| इसमें कई तरह के सुधार की आवश्यकता है, जिसमें संगठनात्मक बनावट और प्रक्रिया सबसे अहम है| 

    • वर्तमान समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी देशों में यूरोप का सबसे ज़्यादा प्रतिनिधित्व है, जबकि यहाँ विश्व की कुल आबादी का मात्र 5 प्रतिशत ही निवास करता है|

    • अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका का कोई भी देश सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं है, जबकि संयुक्त राष्ट्र का 50 प्रतिशत से अधिक कार्य अकेले अफ्रीकी देशों से संबंधित है|

    • शांति स्थापित करने वाले अभियानों में अहम भूमिका निभाने के बावज़ूद भारत जैसे अन्य देशों के पक्ष को मौजूदा सदस्यों द्वारा नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है|

    • संयुक्त राष्ट्र संघ के ढाँचे में सुधार की आवश्यकता इसलिए भी है, क्योंकि इसमें अमेरिका का वर्चस्व है| अमेरिका अपनी सैन्य और आर्थिक शक्ति के बल पर संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य अंतराष्ट्रीय संगठनों की भी अनदेखी करता रहा है|

    • भारत लंबे समय से UNSC में स्थाई सदस्यता की मांग करता आ रहा है| 



    UNSC क्या है?

    • पूरा नाम- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nation Security Council)

    • UNSC संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) का एक महत्वपूर्ण अंग है| 


    UNO (संयुक्त राष्ट्र संघ)-

    • स्थापना- 24 अक्टूबर 1945 (लीग ऑफ नेशंस के उत्तराधिकारी के रूप में)

    • संस्थापक (मूल) सदस्य -51

    • 30 अक्टूबर 1945 को भारत UNO में शामिल हुआ|


    • UNO का मुख्यालय- 

    • USA के न्यूयॉर्क शहर में मेनहटट्न द्वीप


    • UNO का चार्ट-

    • कुल अध्याय 19

    • कुल अनुच्छेद 111

    • कुल शब्द 10000

    • एक प्रस्तावना

    • 24 अक्टूबर 1945 को लागू हुआ|


     संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग (Organs of the UNO)-

    • संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय 3 में अनुच्छेद 7 में 6 अंगों का वर्णन है-

    1. महासभा (The General Assembly)

    2. सुरक्षा परिषद (The Security Council)

    3. आर्थिक सामाजिक परिषद (The Economic and Social Council)

    4. न्यास परिषद (The Trusteeship Council)

    5. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (The International Court of Justice)

    6. सचिवालय (The Secretariat)


    • Note- महासभा, सुरक्षा परिषद, सामाजिक व आर्थिक परिषद, न्यास परिषद, सचिवालय UNO के मुख्यालय में स्थित है, जबकि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय हेग (नीदरलैंड) में है|


    सुरक्षा परिषद-

    • संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council- UNSC) वैश्विक सुरक्षा प्रबंधन का सबसे बड़ा मंच माना जाता है|

    • सुरक्षा परिषद UNO की कार्यकारणी समिति/ कार्यपालिका है|

    • सुरक्षा परिषद पर विश्व में शांति-व्यवस्था को बनाए रखने और सामूहिक सुरक्षा के सिद्धांत का अनुपालन सुनिश्चित कराने का उत्तरदायित्व रहता है।

    • सुरक्षा परिषद को अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा का पहरेदार माना जाता है|

    • महासभा विमर्शी अंग है, तो सुरक्षा परिषद राष्ट्र संघ का प्रवर्तन अंग है|

    • महासभा विश्व की सर्वोच्च राजनीतिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है, तो सुरक्षा परिषद विश्व की सर्वोच्च शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है|

    • पामर और पार्किंस ने इसे UNO की कुंजी कहा है|

    • A.H. डॉक्टर ने इसे UNO की प्रवर्तन भुजा कहा है|

    • डेविड कुशमैन ने सुरक्षा परिषद को दुनिया का पुलिसमैन कहा है|


    • सुरक्षा परिषद के सदस्य-

    • UNO चार्टर के अध्याय- 5 में अनुच्छेद 23 में सुरक्षा परिषद के सदस्यों का उल्लेख है| 

    • कुल सदस्य 15 (1965 से पहले 11 थे)

    • स्थायी सदस्य (5)

    1. USA,

    2. रूस

    3. चीन

    4. ब्रिटेन

    5. फ्रांस 


    • अस्थायी सदस्य (10)-

    • अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल- 2 वर्ष

    • भारत 8 बार अस्थायी सदस्य बन चुका है| भारत वर्ष 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92, 2011-12 और 2021- 2022 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रहा है।

    • कुल 10 अस्थाई सदस्य है|

    • अस्थाई सदस्यों को चुनने का उद्देश्य क्षेत्रीय संतुलन कायम करना है| 


    • 10 अस्थायी सदस्य निम्न क्षेत्र के लिए जाएंगे-

    • एशियाई- अफ्रीकी राष्ट्रों से- 5 सदस्य (3 अफ्रीका व 2 एशिया)

    • पूर्वी यूरोप से- 1 सदस्य

    • पश्चिमी यूरोप से- 2 सदस्य

    • दक्षिण अमेरिका से- 2 सदस्य

     

    • Note- अफ्रीका और एशिया महाद्वीप दोनों में परस्पर मतैक्यता के आधार पर अरब देशों के लिये 1 सीट आरक्षित करने का भी प्रावधान है। दोनों महाद्वीपो के द्वारा प्रत्येक दो वर्ष में क्रमशः 1 अरब देश की सदस्यता का अनुमोदन करना होता है। 


    • अस्थायी सदस्यों का चुनाव महासभा अपने 2/3 बहुमत से करती है|

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