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प्लेटो और फासीवाद/ plato aur fasivad/ Plato and Fascism || By Nirban P K Yadav Sir || In Hindi

     प्लेटो और फासीवाद-

    • प्लेटो को फासिस्टो का ‘अग्रगामी विचारक’ प्रथम फासीवादी कहा जाता है|

    • कार्ल पॉपर, क्रोसमैन, रसेल, अल्फ्रेड हार्नले आदि ने प्लेटो को विश्व का प्रथम फासिस्ट और सर्वसत्ताधिकारवादी माना है|


    फासीवाद- 

    • फासीवाद एक सर्वाधिकारवादी विचारधारा है, जिसका जन्म प्रथम महायुद्ध के पश्चात हुआ था| फासीवाद का प्रवर्तक इटली का अधिनायक मुसोलिनी था|

    • फासीवाद की उत्पत्ति ‘फासियों’ (FASCIO) शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है लकड़ी का गट्ठर| यह फासीवादियों के राष्ट्र की कल्पना का प्रतीक था|

    • फासीवादियों के अनुसार राष्ट्र अनुशासनबद्ध व्यक्तियों का एक सामूहिक संगठन है| इसमें राष्ट्र को एक सर्वोपरि साध्य और व्यक्ति को उसकी प्राप्ति का एक साधन माना जाता है|

    • फासीवादियों के अनुसार राष्ट्र एक दैविक, नैतिक एवं पवित्र संस्था है, जो व्यक्ति और समाज का सर्वोत्तम विकसित रूप है|

    • ऐसा सर्वाधिकारवादी राष्ट्र एक शक्तिशाली, सर्वज्ञ, सर्वोच्च अधिनायक द्वारा प्रशासित होता है|

    • फासीवाद की प्रमुख मान्यताएं है- उग्र राष्ट्रवाद, वैयक्तिक स्वतंत्रता का विरोधी, उदारवाद विरोधी, हिंसा व शक्ति में विश्वास, नेता का शासन| 


    प्लेटो को निम्न कारण से फासिस्ट कहा जाता है-

    1. प्लेटो और फासीवाद दोनों अपने राष्ट्र को सर्वोपरि बताते हैं|

    2. प्लेटो और फासीवाद दोनों लोकतंत्र के विरोधी हैं|

    3. दोनों ने व्यक्ति की स्वतंत्रता को कोई स्थान नहीं दिया है|

    4. दोनों का रूप अधिनायकवादी है- 

    • प्लेटो- दार्शनिक राजा का अधिनायकवाद

    • फासीवाद- एक नेता या एक दल की निरंकुशता

    1. दोनों ने शासक को सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान व सबसे अधिक बुद्धिमान माना है|

    • प्लेटो- दार्शनिक शासक

    • फासीवाद- निरंकुश नेता शासक

    1. दोनों का कुलीनतंत्र में विश्वास है|

    • प्लेटो का कुलीनतंत्र- विवेक वर्ग/ दार्शनिक वर्ग

    • फासीवाद का कुलीनतंत्र- एक दल 

    1. दोनों व्यक्ति के केवल कर्तव्यों पर बल देते हैं|

    2. दोनों राज्य द्वारा नियंत्रित, विशेष पाठ्यक्रम की शिक्षा व्यवस्था करते हैं|

    3. दोनों का मनुष्यो की असमानता में विश्वास है| दोनों शासन करने की क्षमता कुछ ही व्यक्तियों में  मानते हैं|

    4. दोनों का दृष्टिकोण संकुचित है, क्योंकि जहां प्लेटो नगर राज्य को मानव विकास का चरम बिंदु मानता है, वही फासीवाद भी राष्ट्रीय राज्य को सभ्यता का सर्वोच्च सोपान कहता है|


    प्लेटो तथा फासीवाद में अंतर- 

    • G.C फील्ड, जॉन वायल्ड, जॉन एच हेलोवल विद्वानों का विचार है कि प्लेटो को फासिस्ट मानना एक मिथ्या धारणा है|


    • प्लेटो और फासीवाद में निम्न अंतर हैं-

    1. प्लेटोवाद साक्षात विवेकवाद है, फासीवाद विवेक विरोधी दर्शन है|

    2. प्लेटोवाद आदर्शवाद है, वही फासीवाद यथार्थवाद है|

    3. प्लेटो संयम पर आधारित है, वही फासीवाद दमन पर आधारित है|

    4. प्लेटो नैतिकवाद है, फासीवाद अनैतिकवाद है|

    5. प्लेटो साम्यवाद में विश्वास करता है, फासीवाद साम्यवाद विरोधी है|

    6. प्लेटो की विचारधारा शांतिवादी है, फासीवाद युद्धवादी है

    7. प्लेटो का लक्ष्य आत्मनिर्भर नगर राज्य है, फासीवाद का लक्ष्य है साम्राज्यवाद|

    8. प्लेटो के अनुसार न्याय स्वभाव के अनुकूल कार्य करना है, जबकि फासिस्टो के अनुसार न्याय शक्तिशाली का हित है|


    • क्रॉसमैन “प्लेटो का समाधान है, प्रबुद्ध निरंकुशता| प्लेटो को इतिहास में प्रथम फासिस्ट कहा गया है|”

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