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जॉन लॉक का व्यक्तिवाद एवं उदारवाद/ जॉन लॉक का अनुभववाद || Individualism and Liberalism of John Locke/ Empiricism of John Locke || BY Nirban Pk Yadav Sir || In Hindi

     व्यक्तिवाद एवं उदारवाद-

    • हॉब्स की तरह लॉक भी व्यक्तिवादी विचारक है| 

    • वाहन के शब्दों में “लॉक की व्यवस्था में हर वस्तु व्यक्ति के चारों तरफ चक्कर काटती है, प्रत्येक वस्तु को इस प्रकार सजा कर रखा गया है कि व्यक्ति की संप्रभुता सुरक्षित रहे|”


    • निम्न तथ्य हैं, जो लॉक को व्यक्तिवादी सिद्ध करते हैं-

    1. लॉक का चिंतन व्यक्ति केंद्रित है|

    2. राज्य को अधिकार व्यक्ति की सहमति से प्राप्त होते हैं|

    3. राज्य की उत्पत्ति व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा के लिए होती है, अतः राज्य साधन तथा व्यक्ति साध्य है|

    4. किसी भी व्यक्ति को उसकी इच्छा के विरुद्ध राज्य का सदस्य बनने के लिए विवश नहीं किया जा सकता|

    5. लॉक के अनुसार राज्य का निर्माण जन कल्याण के लिए किया गया है, राज्य एक ट्रस्ट के समान है वह जनता की सहमति पर आधारित तथा वैधानिक होता है| अतः यदि सरकार निर्धारित उद्देश्य की पूर्ति में असफल रहे तो जनता को विद्रोह या क्रांति करने का अधिकार प्राप्त है| 

    6. धर्म विषयक विचारों में व्यक्तिवाद की स्पष्ट झलक है|


    Note- उदारवाद अवधारणा का प्रमुख तथ्य यह है कि व्यक्ति की इच्छा तथा उनकी स्वायत्तता सर्वप्रिय समझी जाती है| लॉक इस बात का समर्थक है अतः लॉक उदारवादी विचारक हैं| 


    • मैक्सी “लॉक का कार्य राज्य की सत्ता को ऊपर उठाना नहीं, वरन उसके प्रतिबंधों का प्रतिपादन करना है|”

    • डनिंग “उसके प्राकृतिक अधिकारों की धारणा राजनीतिक चिंतन के इतिहास में उसकी सबसे महत्वपूर्ण देन है|”

    • वेपर “लॉक उदारवाद के सिद्धांतों की प्रतिष्ठा करता है|”

    • मैक्सी “लॉक ने व्यक्तिवाद को अजेय राजनीति तथ्य बनाया है|”

    • बार्करलॉक में व्यक्ति की आत्मा की सर्वोच्च गरिमा स्वीकार करने वाली तथा सुधार चाहने वाली महान भावना थी|”

    • प्रोफ़ेसर वाहन “लॉक व्यक्तिवादियों का शिरोमणि है|”

    • सी बी मैकफ़र्सन “लॉक वास्तव में अंग्रेजी उदारवाद का मूल स्रोत था|”


    • लॉक को उदारवाद का पिता माना जाता है| 

    • उदारवादी लॉक को अमेरिका का राजनीतिक राजा कहा जाता है तथा अमेरिका को लॉकवादी व्यक्तिवाद का देश कहा जाता है|

    • अमेरिकी बोस्टन टी पार्टी का नारा ‘प्रतिनिधित्व नहीं तो कर नहीं’ लॉक से प्रभावित है


    • लॉक द्वारा व्यक्तिवाद, स्वतंत्रता, सहमति पर आधारित सरकार, न्यूनतम राज्य, संवैधानिक सरकार, कानून का शासन, बहुमत का सिद्धांत, सत्ता का पृथक्करण, बहुलवाद, सहिष्णुता, संपत्ति का अधिकार व प्रतिनिधि जनतंत्र जैसे विचार दिए गए, इसलिए लॉक को उदारवाद का पिता कहा जाता है|



    लॉक का अनुभववाद-

    • लॉक के अनुसार “जन्म के समय व्यक्ति का मस्तिष्क कोरी प्लेट (Tabula Rasa) या खाली प्लेट के समान होता है बाद में अनुभव से उसको ज्ञान की प्राप्ति होती है| लॉक ने अनुभवाद का उल्लेख “An Essay Concerning Human Understanding” में किया है|

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