Ad Code

कौटिल्य से संबंधित कुछ अन्य तथ्य // Some other facts related to Kautilya || By Nirban P K Yadav Sir || In Hindi

 कौटिल्य से संबंधित कुछ अन्य तथ्य-

  • कौटिल्य ने राजनीतिक अलगाव को मृत्यु तुल्य मानते हुए मित्र को ‘राज्य की परम आवश्यक प्रकृति’ माना है|

  • कौटिल्य ने दो प्रकार के मित्र बताएं-

  1. सहज मित्र

  2. कृत्रिम मित्र


  • कौटिल्य ने भ्रष्टाचार की जांच व कार्यवाही के लिए मंत्रीपदधारी तीन व्यक्तियों की समिति का सुझाव दिया है, जो वर्तमान में प्रशासनिक न्यायाधिकरण के समतुल्य थी|

  • कौटिल्य महिला उत्तराधिकार का समर्थक है| 

  • यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के प्रोफेसर व अर्थशास्त्र के अनुवादक ओलिवेल का कहना है कि “कौटिल्य राजनीतिक रणनीतिकार है| वे राज्य के सेवक हैं, राजा की शक्ति को बढ़ाने की कोशिश करते हैं| इस प्रकार विजिगीषु द्वारा विजय पाना, शक्ति या सत्ता का विस्तार करना कौटिल्य की रणनीति का केंद्र है|”

  • हेनरी किसिंजर ने अपनी पुस्तक World Order 2014 में लिखा है कि “अर्थशास्त्र शक्ति की आवश्यकता को प्रमुख वास्तविकता बताता है|”

  • सुनील खिलनानी “वाकई कौटिल्य की राज्य की अवधारणा चिंताजनक रूप से वर्तमान की तरह है, वह किसी हिमखंड के जैसी है, उसका एक हिस्सा तो राजसी शक्ति के आकाशदीप की तरह हम पर हावी रहता है, जबकि दूसरा हिस्सा गहराई में छुपा रहता है, जिसमें गोपनीयता, दोहरापन, चालबाजियाँ और लगातार निगरानी की स्थिति बनी रहती है|”

  • S C सरदार “कौटिल्य में स्टालिन प्रजातंत्र, हिटलर की निपुणता, विल्सन का विज्ञानवाद, चर्चिल का साम्राज्यभिमान और च्यांग की देशभक्ति का समीचीन समायोजन है|”

  • N C बंदोपाध्याय “कौटिल्य द्वारा वर्णित राज्य न बहुलवादी है और न ही एकलवादी है, यह तो बहुलवादी एकलवाद है|”

  • V C सेन (पुस्तक- इकोनॉमिक्स इन कौटिल्य) “कौटिल्य ने एक विकासशील अर्थव्यवस्था एवं नियोजित राज्य की अवधारणा का प्रतिपादन किया है|”

Close Menu