Ad Code

कानूनी समानता/ वैधानिक समानता || Political Science || By Nirban PK Yadav Sir || In HIndi


 Q : निम्नांकित में से किसने समानता के वैधानिक आयाम को व्याख्यायित करने के लिए ‘वैधानिक व्यक्तिगत की समानता’ की अवधारणा का प्रयोग किया है?

  1. आर एच टोनी 

  2. हेराल्ड जे लास्की

  3. जे.एफ स्टीफेन

  4. अर्नेस्ट बार्कर


Correct: (D) अर्नेस्ट बार्कर


SOLUTIONS:

कानूनी समानता/ वैधानिक समानता-

  • इसके अनुसार कानून के सामने सभी समान है, चाहे अमीर हो, गरीब हो, उच्च या निम्न वर्ग से हो, किसी भी पद से संबंधित हो|

  • कानूनी समानता विधि के शासन के अंतर्गत प्राप्त होती है|

  • डायसी ने विधि के शासन का समर्थन किया है|

  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 भी विधि के समक्ष समता व विधियों का समान संरक्षण प्रदान करता है|


  • अर्नेस्ट बार्कर ने समानता के वैधानिक आयाम को व्याख्यायित करने के लिए ‘वैधानिक व्यक्तिगत की समानता’ की अवधारणा का प्रयोग किया है|

  • अर्नेस्ट बार्कर (बहुलवादी विचारक) ने अपनी पुस्तक Principle of Social and Political Theory 1951 में कानूनी समानता की बात की है|

  • बार्कर राज्य को कानूनी संस्था मानते हैं, ये समानता की व्याख्या कानूनी आधार पर करते हैं|

  • बार्कर कहता है कि “राज्य अपने नागरिकों को वैधानिक समानता देकर एक जैसे मुखोटे पहना देता है| हममें चाहे जो भी भिन्नताएं रही हो, कानून के समक्ष हम सब का महत्व एक जितना होता है|”

Close Menu