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मैक्यावली का मूल्यांकन/ Evaluation of Machiavelli || By Nirban P K Yadav Sir || In Hindi

 मैक्यावली का मूल्यांकन-

  1. आधुनिक युग के पिता या आधुनिक राजनीतिक चिंतक के रूप में-

  • मैक्यावली को आधुनिक राजनीति या आधुनिक राजनीतिक चिंतन का जनक कहा जाता है|

  • राजनीतिक चिंतन के इतिहास में मैक्यावली की प्रसिद्ध कृति प्रिंस को राजनीतिक सिद्धांत की प्रथम आधुनिक कृति माना जाता है, तथा मैक्यावली को पहला आधुनिक विचारक माना जाता है|

  • मैक्यावली की आधुनिकता का सबसे प्रमुख लक्षण है- ऐतिहासिक विधि का प्रयोग

  • फ्रांसिस डब्ल्यू कोकर ने ‘रीडिंग्स इन पॉलिटिकल फिलोसोफी’1938 के अंतर्गत लिखा है कि “इस प्रसिद्ध कृति (प्रिंस) को इसलिए आधुनिक कहा जाता है, क्योंकि इसके निष्कर्षों की पुष्टि इतिहास और समकालीन राजनीति के संदर्भों से की गई है|”

  • विलियम ए डेनिंग ने अपनी कृति ‘हिस्ट्री ऑफ़ पोलिटिकल थ्योरी’ 1923 में लिखा है कि “मैकियावेली की राय में राजनीति विज्ञान की सही विधि थी ऐतिहासिक विधि|”

  • मैक्यावली से पहले ऐतिहासिक विधि की नींव अरस्तु ने रखी थी, लेकिन अरस्तु व मेकियावेली की ऐतिहासिक विधि में भिन्नता है| जहां अरस्तु ने राजनीति चिंतन में सामाजिक संगठन के आदर्श पर विशेष बल दिया है, अर्थात उसके चिंतन में नीतिशास्त्र की प्रधानता थी, परंतु मैकियावेली ने राजनीति को नीतिशास्त्र से बिल्कुल अलग कर दिया|


  • मैक्यावली को आधुनिक राजनीतिक सिद्धांत का जनक मानने का दूसरा कारण है- राष्ट्र-राज्य का विचार| इटली के एकीकरण के लिए उन्होंने ‘एक राष्ट्र एक राज्य’ का सिद्धांत दिया|

  • राज्य शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग मैक्यावली ने किया| सेबाइन के अनुसार “मैक्यावली ने राज्य को वह अर्थ प्रदान किया जो आधुनिक राजनीतिक व्यवहार में राज्य के साथ जुड़ा हुआ है|” 

  • मैक्यावली पहला राजनीतिक है, जिसने मध्य युग के विचारों का खंडन किया तथा आधुनिक युग का श्रीगणेश किया|

  • डेनिंग- उसे मध्य युग और आधुनिक युग का संबंध-विच्छेद करने वाला प्रथम विचारक मानता है|

  • प्रोफेसर जॉन्स- मैक्यावली को राजनीतिक सिद्धांतवादी न मानते हुए भी आधुनिक राजनीतिक सिद्धांतों के पिता की संज्ञा से विभूषित करता है|

  • मैक्यावली को मध्यकाल का अंतिम चिंतकआधुनिक युग का प्रथम यथार्थवादी कहा जाता है|

  • हालांकि कुछ विद्वान बोंदा को आधुनिक युग के श्रीगणेश का श्रेय देते हैं, क्योंकि बोंदा ने ही सबसे पहले आधुनिक राष्ट्रों की मूल विशेषता ‘संप्रभुता’ को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया था, परंतु वास्तव में मैक्यावली ही आधुनिक युग का प्रेणता है क्योंकि उसने सर्वप्रथम व्यावहारिक राजनीति पर जो विचार प्रकट किए, उसका पालन आज भी राजनीतिज्ञों द्वारा किया जा रहा है|

  • इस विषय में जोंस का कहना है कि बोंदा की अपेक्षा मैक्यावली आधुनिक युग का प्रतिनिधित्व अधिक अच्छी तरह से करता है, केवल इसलिए कि जहां मैक्यावली आधुनिक युग के भवन तक पहुंच गया वहां बोंदा अभी उसकी दहलीज पर ही खड़ा हुआ है| 

  • केटलिन- केटलिन मैक्यावली को प्रथम राजनीतिक वैज्ञानिक मानता है|


  1. राजनीति विज्ञान को मैक्यावली की देन- 

  • मैक्यावली पहला विचारक जिसने सर्वप्रथम मध्यकालीन विचारधारा पर प्रहार किया, दैवी कानून का खंडन किया, पोपशाही व उसकी निरकुंशता को चुनौती दी, सामंतवाद का खंडन किया|

  • राजनीति से धर्म एवं नैतिकता का पृथक्करण मैक्यावली की देन है|

  • गैटिल के अनुसार “मैक्यावली प्रथम आधुनिक राजनीतिक विचारक था, जिसने प्रभुतासंपन्न, संगठित, धर्मनिरपेक्ष, राष्ट्रीय एवं स्वतंत्र अस्तित्ववादी राज्य की कल्पना की थी|”

  • मैक्यावली ने एक तरफ तो राज्य को सर्वोच्च बताया और दूसरी और व्यक्ति और जीवन की सुरक्षा के अधिकार की घोषणा की|

  • मैक्यावली ने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में सीमित प्रभुता के सिद्धांत का प्रतिपादन किया|

  • उसने राज्य को साध्य और साधन दोनों माना है|

  • शक्ति राजनीति का प्रथम एवं सबसे स्पष्ट प्रतिपादक भी मैक्यावली ही था|

  • प्रोफेसर डनिंग- प्रिंस सबसे पहली रचना है, जिसने मध्ययुगीन चिंतन प्रणाली का परित्याग किया है|


Note- मैक्यावली पर अनैतिकता और राजनीतिक हत्याओं के प्रोत्साहन का आरोप लगाया जाता है, किंतु मैक्यावली ने स्वयं इसका उत्तर देते हुए कहा कि “कोई व्यक्ति पुस्तक पढ़कर अनैतिक बन गया हो, यह मैंने कभी नहीं सुना|”


  • लियो स्ट्रास ने मैकियावली को आधुनिकता की प्रथम लहर का प्रवर्तक बताया है| 


लियो स्ट्रास- आधुनिकता की तीन लहरे-

  • लियो स्ट्रास ने अपने लेख Three waves of Modernity 1975 में आधुनिकता की तीन लहरें बताई है| 

  • लियो स्ट्रास की कृतियां-

  1. Thought on Machivali 1958 

  2. History of Political Philosophy 1963 

  3. What is Political Philosophy 1957


  1. आधुनिकता की प्रथम लहर-

  • इसमें उदारवाद (Liberalism) का उदय हुआ| 

  • इसमें प्रकृति के नियंत्रण (Control over Nature) पर बल दिया गया| 

  • मैक्यावली व फ्रांसीसी बेकन इस लहर के प्रवर्तक है|

  • मुख्य दार्शनिक- हॉब्स

  • अन्य दार्शनिक- जॉन लॉक, मिल आदि| 


  1. आधुनिकता की द्वितीय लहर-

  • समाजवाद या साम्यवाद (Socialism/ Communism) का उदय

  • मानव के नियंत्रण (Control over Man) पर बल

  • प्रवर्तक- J J रूसो 

  • अन्य- कार्ल मार्क्स


  1. आधुनिकता की तृतीय लहर-

  • फासीवाद (Fascism) का उदय 

  • प्रकृति व मनुष्य दोनों के नियंत्रण पर बल

  • प्रवर्तक- जर्मन दार्शनिक फ्रेडरिक नीत्शे

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