लॉक की रचनाएं-
लॉक ने राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, धर्मशास्त्र, शिक्षा, दर्शन, विज्ञान आदि विषयों पर 30 से अधिक ग्रंथ लिखे हैं|
Essay on the law of nature 1676
First letter on toleration 1689 (सहिष्णुता पर पहला पत्र)
Two Treatises on government 1690 (शासन पर दो निबंध)
An Essay Concerning Human Understanding 1690 ( मानव बोध से संबंधित ग्रंथ)-
इस ग्रंथ में मानवीय ज्ञान के आधार पर अनुभववाद का वर्णन किया|
इस रचना पर ऑक्सफोर्ड और उसके अधीनस्थ कॉलेजो में प्रतिबंध लगा दिया गया था|
Second letter on Toleration 1690 (सहिष्णुता पर दूसरा पत्र)
Third letter on Toleration 1692 (सहिष्णुता पर तीसरा पत्र)
Fourth letter on Toleration 1692 (सहिष्णुता पर चौथा पत्र)
The Fundamentals of Constitution of Caroline 1692 (कैरोलाइन संविधान के मूल तत्व)
Some Thoughts Concerning Education 1693 (शिक्षा से संबंधित कतिपय विचार)
On The Reasonableness of Christianity 1695 (ईसाइयत की तर्कसंगता)
Two Treatises on Government 1690-
यह लॉक का सबसे प्रमुख ग्रंथ है|
इसमें सामाजिक समझौते का वर्णन है|
इस पुस्तक में गौरवपूर्ण क्रांति को न्यायसंगत ठहराया गया है|
इस पुस्तक के प्रथम खंड में फिल्मर की पुस्तक पेट्रिआर्की (Patriarchy) में वर्णित राजा के दैवीय अधिकारों का खंडन किया गया है|
द्वितीय खंड में हॉब्स के लेवियाथन की निरंकुश प्रभुसत्ता का विरोध किया है तथा सरकार की उत्पत्ति, स्वभाव और कार्य क्षेत्र का वर्णन किया है|
लॉक पहले खंड में फिल्मर की आलोचना करता है तथा दूसरे खंड में हॉब्स की, इसी वजह से प्रो.वाहन कहता है कि “लॉक की ‘ट्रीटाइज’ एक दो नाली की बंदूक है, जिसमें एक फिल्मर पर तथा दूसरी हॉब्स पर तनी हुई है|”
जबकि लॉसलेट का मानना है कि “लॉक का मुख्य विरोधी फिल्मर है, न कि हॉब्स|
जहां अधिकांश विचारको का मानना है कि यह पुस्तक गौरवपूर्ण क्रांति की समर्थक है, वहां लॉसलेट का मानना है कि यह पुस्तक क्रांति का भाग नहीं है, इसका तार्किक बचाव भी नहीं है|”
लॉसलेट ने यह सिद्ध किया कि इस पुस्तक की रचना प्रकाशित होने के 10 वर्ष पूर्व ही कर ली गई थी|
टू ट्रीटाइज को गौरवपूर्ण क्रांति के समर्थन में लिखी गई पुस्तक मानने वाले विचारक- क्रांस्टन, लॉस्की, प्लेमेंनात्ज, बर्टेंड रसैल, सेबाइन, स्टीफन, टॉनी
इस पुस्तक का सही नाम- An Essay Concerning the True Original, Extent and End of Civil Government
क्रांस्टन “टू ट्रीटाइज दार्शनिक पुस्तक नहीं है, बल्कि एक पार्टी (व्हिग्स) पुस्तक है, जो व्हिग्स और अर्ल ऑफ़ शेफ्टसबरी की राजनीति का प्रचार करने के लिए है|”
लॉक के चिंतन पर प्रभाव-
1688 की गौरवपूर्ण क्रांति का प्रभाव
हुकर के दर्शन का प्रभाव- हुकर का कहना था कि सरकार सामाजिक हित की प्रतिनिधि है, इसलिए सरकार समुदाय के प्रति उत्तरदायी है| इसका प्रभाव लॉक पर पड़ा है| रिचर्ड हुकर की पुस्तक- The Law of Ecclesiastical
हॉब्स के व्यक्तिवादी विचारों का प्रभाव|
लॉक की अध्ययन पद्धति-
लॉक की अध्ययन पद्धति अनुभववादी एवं विवेकवादी है| लॉक की मान्यता है कि अनुभव ज्ञान का स्रोत है|
लॉक के अनुसार मनुष्य के मस्तिष्क में जन्मजात कोई विचार नहीं होता है, जन्म के समय मनुष्य का मस्तिष्क एक कोरे कागज की तरह होता है, जो भी विचार मनुष्य के मस्तिष्क में उठते हैं वह अनुभव द्वारा ही उत्पन्न होते हैं|
अपने इसी विचार के प्रतिपादन के कारण लॉक को अनुभववाद का प्रतिपादक भी कहा जाता है|
जॉन लॉक के अनुसार मनुष्य एक असक्षम प्राणी है, जो इस अनंत, असीम ब्रह्मांड की सभी बातें नहीं जान सकता, अतः मनुष्य का ज्ञान उसके अज्ञान की तुलना में छोटा है|
लॉक के अनुसार “ज्ञान की उत्पत्ति का एकमात्र स्रोत अनुभव है, ज्ञान विवेकमुलक होता है, मनुष्य के ज्ञान का क्षेत्र उसके अज्ञान के क्षेत्र से बहुत छोटा है|”
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