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मैक्यावली की रचनाएं/ Machiavelli ki Rachanaye / Machiavelli's writings By Nirban PK Yadav Sir || In Hindi

 मैक्यावली की रचनाएं- 

  1. The Art Of War (1521 ई.)

  2. The History of Florence (1525 ई.) 

  3. Discourses On Livy (1531 ई.) इसका पूरा नाम- ‘Discourses on the first ten books of Titus Livias’

  4. द प्रिंस (The Prince) 1513 में लिखी तथा 1532 में प्रकाशन हुआ (मृत्यु के बाद)

  5. The Golden Anes

  6. बेल-फागेर नामक नाटक 


  • Note- मैकियावेली ने 1513 में The Prince, 1516 में Discourses On Livyऔर 1521 में The Art Of War लिख ली थी, परंतु ये तीनों उनकी मृत्यु के बाद प्रकाशित हुई थी| 


  1. The Art Of War- यह युद्ध कला पर लिखी एक उत्कृष्ट रचना है|


  1. The history of Florence

  • इसमें इटली के अतीत व वर्तमान इतिहास का वर्णन है| इस पुस्तक के अध्ययन से पता चलता है कि मैक्यावली को प्राचीन रोमन साम्राज्य पर गर्व था तथा इटली के विभिन्न स्वायत्त प्रदेशों की परस्पर फूट व कलह का उसे बहुत खेद था|

  • हिस्ट्री आफ फ्लोरेंस में मैकियावेली ने समाज में टकराव का कारण जनता और कुलीन शासको के बीच टकराव को बताया है| कार्ल मार्क्स ने इस रचना को महान बताया है क्योंकि इसमें पूंजीपति और गरीबों के बीच संघर्ष तथा गरीबों की तरफदारी से मानव खुशी संभव बताई गई है| 


  1. The Prince-

  • मैक्यावली के राजनीतिक विचारों के संदर्भ में ‘द प्रिंस’ व ‘डिसकोर्सेज ऑन लिवि’ पुस्तक महत्वपूर्ण है|

  • द प्रिंस में कुल 26 अध्याय, तीन भाग (प्रथम राजतंत्र, द्वितीय किराए की सेना, तृतीय राजदर्शन की व्याख्या), राजतंत्र के बारे में वर्णन 

  • प्रमुख पात्र- सीजर बारजिया

  • द प्रिंस का इटावली भाषा में शीर्षक- इल प्रिंसिप

  • द प्रिंस में मैक्यावली ने सशक्त व निरंकुश राजतंत्र का समर्थन किया है|

  • ‘द प्रिंस’ में मैक्यावली ने इटली की पतनशील व्यवस्था का विवरण दिया है तथा व्यवस्था की स्थापना के लिए निरंकुश राजतंत्र का समर्थन किया है| 

  • जब मैक्यावली राजदूत के रूप में कार्य कर रहा था, उसी समय 1502 में इनकी मुलाकात फ्रांस के ड्यूक ऑफ सीजर बारजिया से हुई |

  • बारजिया की प्रेरणा से ही The prince की रचना मैक्यावली ने की|

  • The prince में बारजिया को आदर्श राजा के रूप में चित्रित किया गया है|

  • इसमें मैक्यावली ने राज्य की सुरक्षा व एकता पर जोर दिया है|

  • यह मैक्यावली की प्रसिद्ध व महान कृति है| इसमें मैक्यावली आदर्श शासक बारजिया को राज्य की स्थापना कैसे होगी के बारे में बताता है|

  • अर्थात इसमें शासन कला/ राज्य कला का वर्णन है|

  • ग्राम्शी “द प्रिंस के बारे में मूल बात यह है कि यह एक व्यवस्थित ही नहीं बल्कि जीवित रचना है, जिसमें राजनीतिक विचारधारा और राजनीतिक विज्ञान ‘मिथक’ (myth) का नाटकीय रूप धारण करते हैं|”

  • राजतंत्र के लिए मैक्यावली ‘परतंत्र राज्य’ शब्द का प्रयोग करता है तथा परतंत्र राज्य के लोग शक्ति व दंड के भय से कानूनों का पालन करते हैं|


  1. डिसकोर्सेज ऑन लिवि-  

  • इसमें मैक्यावली गणतंत्र सरकार का पक्ष लेते हैं| तथा इस पुस्तक में गणतंत्र सरकार, नागरिक अधिकारों, जनता की भागीदारी, लोकतंत्र व स्वतंत्रता का उल्लेख किया गया है|

  • मैक्यावली को चुनाव में बड़ी आस्था थी, वे कहते हैं कि प्रिंस के मुकाबले मजिस्ट्रेटटो के चुनाव में जनता कम गलती करती है|

  • डिसकोर्सेज ऑन लिवि पुस्तक में मैक्यावली आजादी व गणतंत्र पर बल देता है|

  • गणतंत्र राज्य के लिए मैक्यावली स्वतंत्र राज्य शब्द का प्रयोग करते हैं| स्वतंत्र राज्य में लोग सद्गुणी होते हैं तथा वे स्वेच्छा से कानूनों का पालन करते हैं|

  • डिसकोर्सेज में मैक्यावली कहता है कि “जनता की आवाज ईश्वर की आवाज होती है| जनता का शासन (गणतंत्र), प्रिंस (राजतंत्र) के शासन से अधिक उपयुक्त होता है|”

  • मैक्यावली के मत में आदर्श गणतंत्र रोमन साम्राज्य था| 


Note-

  • इन दोनों रचनाओं का लक्ष्य ‘शक्तिशाली राज्य को स्थायी कैसे बनाए रखा जाए’ है| इन दोनों रचनाओं में मैक्यावली का संपूर्ण राजदर्शन मिलता है| (द प्रिंस+ डिसकोर्सेज ऑन लिवि)

  • द प्रिंस व डिसकोर्सेज, इन दोनों कृतियों को मैक्यावली ने 1513 में लिखना शुरू किया था|

  • प्रिंस 1513 में पूरी हो गई थी|

  • द प्रिंस लोरेंजो द मेडिसी को संबोधित की गई थी|

  • इन दोनों कृतियों में मैकियावेली ने यह सुझाव दिया कि किसी देश के लिए उपयुक्त शासन प्रणाली का चयन करते समय वहां के लोगों के चरित्र को ध्यान में रखना चाहिए|

  • डिसकोर्सेज ऑन लिवी मैं मैक्यावली ने यह मान्यता रखी कि “जिस देश के लोग सच्चरित्र हो, उनके लिए गणतंत्र उपयुक्त होगा क्योंकि वही सर्वोत्तम शासन प्रणाली है| परंतु जिस देश के लोग नितांत स्वार्थी, लालची और धूर्त हो, उन्हें वश में रखने के लिए राजतंत्र का सहारा लेना चाहिए| अर्थात सिद्धांत: मैकियावेली गणतंत्र शासन प्रणाली को सर्वोत्तम मानता है| 

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