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जॉन स्टूअर्ट मिल का जीवन परिचय / Biography of John Stuart Mill || By Nirban P K Yadav Sir || In Hindi

जीवन परिचय-

  • जन्म-  

  • 20 मई 1806 

  • लंदन (इंग्लैंड) में


  • पिता- जेम्स मिल (विख्यात बेंथमवादी व बेंथम का शिष्य था)

  • गुरु- बेंथम

  • इसके पिता जेम्स मिल ने इनको बचपन से ही बेंथम के आदर्शों के अनुसार ढालने का प्रयत्न किया|

  • बाल्यावस्था से ही जे एस मिल की अध्ययन में गहन रुचि थी|

  • मात्र 8 वर्ष की अवस्था में मिल ने जेनोफोन, हेरोडोटस, आइसोक्रेट्स के ग्रंथों व प्लेटो के 6 संवादों का अध्ययन पूर्ण कर लिया|

  • 11 वर्ष की अवस्था में लिवि द्वारा लेटिन भाषा में लिखित ‘रोमन इतिहास’ पढ़ना शुरू किया|

  • 13 वर्ष की अवस्था में एडम स्मिथ व रिकार्डो की अर्थशास्त्र संबंधी पुस्तकों, तर्कशास्त्र, मनोविज्ञान का अध्ययन प्रारंभ किया|

  • 16 वर्ष की आयु में मिल ने उपयोगितावादी सोसाइटी बनाई|

  • मिल ने फ्रेंच लेखिका डुमांट की पुस्तक Traites de Legislation के माध्यम से बेंथम के विचारों को पढ़ा| इस पुस्तक के बारे में मिल ने अपनी ‘आत्मकथा’ में लिखा है कि “इस पुस्तक के अध्ययन से मेरे जीवन में और मानसिक विकास में नवयुग का श्रीगणेश हुआ|”

  • मिल Speculating Debating Society का भी सदस्य बना था| इसकी बैठके उपयोगितावादी जॉर्ज ग्रांट के होती थी|

  • 17 वर्ष की आयु में 1823 में ईस्ट इंडिया कंपनी में एक क्लर्क के रूप में नियुक्त हुआ तथा सन 1856 में अपने विभाग का अध्यक्ष बन गया|

  • 1830 में मिल श्रीमती हेरियट टेलर से मिले तथा दोनों 20 वर्ष तक अच्छे मित्र रहे|

  • श्रीमती टेलर के पति की मृत्यु के बाद 1851 में दोनों विवाह सूत्र में बंध गये|

  • मिल ने अपना प्रसिद्ध निबंध ‘On liberty’ श्रीमती टेलर को समर्पित किया है|

  • जीवन के अंतिम दिन फ्रांस के ‘एविंगनॉन’ नामक नगर में पत्नी की कब्र के पास व्यतीत किए|

  • 8 मई 1873 में मिल की मृत्यु हो गई|

  • मिल ने Petition to Parliament पत्र का प्रारूप लिखा, जिसे अल ग्रे ने बुद्धिमत्ता पूर्ण राजकीय अभिलेख कहा| 

  • मिल 1865 में संसद का सदस्य निर्वाचित हुआ तथा 1865 से 1868 तक संसद के सदस्य के रूप में आयरलैंड में भूमि सुधार, किसानों की स्थिति में सुधार के कार्य किए|

  • मिल उपयोगितावाद के अंतिम समर्थक थे तथा साथ ही व्यक्तिवाद के प्रथम समर्थक माने जाते हैं|

  • संसद में उग्र विचारक के रूप में प्रसिद्ध था| प्रधानमंत्री ग्लेडस्टन ने एक बार कहा था कि “जब मिल का भाषण होता था तो मुझे सदैव यह अनुभूति होती थी कि मैं किसी संत का प्रवचन सुन रहा हू|” 

  • प्रधानमंत्री विलियम ग्लेडस्टन ने जॉन स्टुअर्ट मिल को ‘तर्कवाद का संत’ (Sant of Rationalism) कहा है|

  • मिल पर अपने पिता जेम्स मिल, अपने गुरु बेंथम तथा अपनी पत्नी हैरियट टेलर का प्रभाव पड़ा है|


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