स्त्रियों संबंधी हॉब्स के विचार-
हॉब्स मानवीय समानता के पक्षधर थे|
हॉब्स स्त्रियों को भी पुरुषों के समान क्षमतावान मानते थे, इसलिए उन्हें संरक्षण की आवश्यकता नहीं होती है|
प्राकृतिक अवस्था में स्त्री, बच्चे के संदर्भ में माता और स्वामिनी दोनों ही बनती है|
बंदी बनाए जाने की अवस्था में माता बच्चे पर अपना अधिकार खो बैठती है|
थॉमस हॉब्स के मत में के स्त्री की गौण स्थिति मानव द्वारा निर्मित है|
थॉमस हॉब्स के मत में परिवार राज्य के समान ही कृत्रिम संस्था है|
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